धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में चैत्र माह की शनि अमावस्या पर श्रद्धालुओं में दिखाई दी गहरी आस्था।।
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में चैत्र माह की शनि अमावस्या पर श्रद्धालुओं में दिखाई दी गहरी आस्था


कुरुक्षेत्र-(सगींत गीत):- धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में चैत्र माह की शनि अमावस्या पर श्रद्धालुओं में दिखाई दी गहरी आस्था, अल सुबह ही तीर्थों पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने स्नान कर की पूजा अर्चना। तीर्थ स्थलों पर हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर और पिहोवा के सरस्वती तीर्थ पर दान, पुण्य, पिंडदान व गति कर्म किया और अपने पूर्वजों को मोक्ष के लिए पिंडदान के लिए पूजा अर्चना कराई। सभी तीर्थों पर दिनभर मेले जैसा माहौल बना रहा हैैं। पवित्र ब्रह्मसरोवर तट पर केडीबी प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए बेहतरीन व्यवस्था की गई थी। वहीं पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड में नजर आया। मेले में आए श्रद्धालुओं को पुलिस कर्मचारी अपने सामान के बारे जागरूक करते दिखाई दिए। हालांकि इस दौरान शनि अमावस्या के चलते सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं की ओर से भी मेले में आए हुए श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। प्राचीन श्री दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित प्रेम कुमार शर्मा ने बताया कि शनि अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण का संयोग बन रहा है। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल भी भारत में नहीं होगा। उन्होंने बताया कि अमावस्या के दिन सभी तीर्थ पवित्र ब्रह्मसरोवर तीर्थ में एकत्रित होते है, जिससे पवित्र ब्रह्मसरोवर में स्नान करने से विशेष फल मिलता है। शनि अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए दूध या दूध से बनी वस्तुएं दान करने से पितृ प्रसन्न होते है और परिवार में शांति बनी रहती है साथ ही अन्य कार्य भी सफल होते हैं।। #newstodayhry @newstodayhry