हनुमानगढ़ :- विकास अधिकारी व एईएन से खफा संगरिया पंचायत समिति के सरपंचों व नरेगा कर्मियों ने जिला परिषद सीईओ को सौंपा ज्ञापन ।।
विकास अधिकारी व एईएन से खफा संगरिया पंचायत समिति के सरपंचों व नरेगा कर्मियों ने जिला परिषद सीईओ को सौंपा ज्ञापन ।।
हनुमानगढ़ – ( राजरतन पारीक ) :- संगरिया पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सिंहपुरा की महिला सरपंच के साथ अभद्र व्यवहार करने व द्वेषता से कार्य रिजेक्ट करने का आरोप लगाते हुए ग्राम पंचायतों के सरपंचों, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों ने जिला परिषद कार्यालय में एकत्रित होकर धरना-प्रदर्शन किया। सरपंचों व पंचायत समिति-जिला परिषद सदस्यों ने संबंधित एईएन व बीडीओ को एपीओ करने की मांग की। सरपंच व राष्ट्रीय सरपंच संघ उपाध्यक्ष रमनदीप कौर ने बताया कि वे पिछले कुछ दिनों से मनरेगा के कार्यों को लेकर संगरिया पंचायत समिति के एईएन राजेश से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास कर रही थीं। कई दिन तो एईएन ने कॉल रिसीव नहीं की। गत दिनों कॉल रिसीव करने पर एईएन ने कहा कि वह आराम कर रहे हैं, परेशान न करें, उन्हें जो कुछ करना है वे कर लें। सरपंच रमनदीप कौर ने कहा कि एक अधिकारी का इस तरह का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार शोभा नहीं देता। क्योंकि सरपंच एक कड़ी होती है। उसके साथ बीडीओ, सचिव, एलडीसी, एईएन, जेईएन सब जुड़े होते हैं। एईएन ने इस तरह का व्यवहार कर सरपंच पद की तौहिन की है। द्वेष भावना के चलते मनरेगा का काम भी बंद कर दिया गया है। रमनदीप कौर ने कहा कि वह कोई निजी काम नहीं करवा रही थीं बल्कि गांव से जुड़ा काम करवाने के लिए एईएन से बार-बार दूरभाष पर सम्पर्क कर रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बात पर सवाल-जवाब करने के चलते बीडीओ-एईएन वगैरा उससे द्वेषता रखते हैं। इसी के चलते मनरेगा के कच्चे कामों को सेंक्शन नहीं किया। कच्चे काम भी रिजेक्ट कर दिए और 36 लाख रुपए का इंटरलॉकिंग का काम भी रोक दिया और उनके प्रति अभद्र व्यवहार भाषा का प्रयोग किया। सरपंच रमनदीप कौर ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह भूख हड़ताल शुरू करेगी। उन्होंने एईएन व बीडीओ को एपीओ करने की मांग की। वहीं जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीता चौधरी ने कहा कि सरपंच का आरोप है कि एईएन ने सैंक्शन रिजेक्ट कर दी है। इसकी जांच की जा रही है। नियमों के परे जाकर एईएन ने कार्य किया है तो कार्रवाई की जाएगी।। @newstodayhry #newstodayhry