
सिरसा-(अक्षित कंबोज):-आज जिले में मौसम में आये बदलाव से एक और जहा ठण्ड बढ़नी शुरू हुई है तो वही अब कोहरे व् धुंध से किसानो के चेहरे भी खिले हुए है। किसान इन दिनों गेहू की बिजाई में जुटे है। तो वही चना व सरसो की फसल की भी बुआई क्षेत्र में की गई है। जिसको लेकर पानी की अधिक जरूरत होती है। जिसकी लगभग पूर्ति धुंध से फसलों को मिल रही है। किसानों का कहना है कि इस मौसम में फसल के पैदावार अधिक होगी। वही कृषि विभाग के अधिकारी भी इस कोहरे और धुंध को फसल के लिए लाभदायक बता रहे है। उप कृषि निदेशक डॉ सुखदेव कम्बोज ने कहा की धान की फसल की 75 प्रतिशत तक कटाई की जा चुकी है और इस बार आगजनी की घटनाओं में कमी देखने को मिली है। वही कुछ किसानों ने फसल के अवशेष जलाये है उन पर कार्यवाही भी की गई है। वही कोहरे के करण वाहन चालकों को भी परेशानिया उठानी पड़ रही है। सड़को पर वाहन धीमीगति से चलते नजर आ रहे है।उप कृषि निदेशक डॉ सुखदेव कम्बोज ने बताया कि इस समय गेहूं,चना,सरसों सहित अन्य फसल की बिजाई क्षेत्र में की गई है। मौसम के अनुसार कोहरे और धुंध से इन फसलों को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि ओस की बूंदे नाइट्रोजन का काम करती हैं,जिससे फसलों को नाइट्रोजन की पूर्ति होती है। इससे फसल में बहुत ज्यादा फुटाव होता है। उन्होंने बताया कि जिले में 2 लाख 80 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य रखा गया है।उप कृषि निदेशक डॉ सुखदेव कम्बोज ने कहा कि अब तक धान की कटाई लगभग 75% तक हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस बार सरकार के निर्देश अनुसार विभाग द्वारा गांव में जाकर किसानों को जागरूक किया गया था। इसका साफ तौर पर असर देखने को मिला है यही कारण है की आगजनी की घटनाएं काफी कम देखने को मिली है, फिर भी 51 जगह पर हरसक के द्वारा आग की घटनाओं के मामले सामने आये थे जिस पर 12 जगह पर सही पाए गए हैं उन्होंने बताया कि अभी तक 20 किसानों पर एफआईआर दर्ज करवाई गई है तो वहीं लगभग 35500 जुर्माना भी किया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि डीएपी की कमी नहीं है उन्होंने बताया कि जितनी मांग की थी उसमें से 31000 मेट्रिक टन डीएपी उपलब्ध हो चुकी है उन्होंने बताया कि समय-समय पर खाद के रेक लगाये जा रहे हैं और जैसे ही खाद उपलब्ध हो रही है किसानों को वितरित की जा रही है।।