अनूठी शादी में दूल्हा और दुल्हन ने किया दिल्ली एनसीआर सहित प्रदेश में बढ़ते हुए प्रदूषण पर चिंतन।।
अनूठी शादी में दूल्हा और दुल्हन ने किया दिल्ली एनसीआर सहित प्रदेश में बढ़ते हुए प्रदूषण पर चिंतन।।
नारनौल-(लव कुमार):-विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री ने तीनों जिलों के सामाजिक व्यक्तियों कि अनूठी पहल कि सराहना व्यक्त की सामाजिक एवं शिक्षा से जुड़ी सामाजिक संस्था सदाचारी शिक्षा समिति एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति के प्रतिनिधियों ने जिला भिवानी,महेंद्रगढ़ और जिला झज्जर में बेटी सम्मान और पर्यावरण संरक्षण तथा दहेज प्रथा जैसी बुराई को खत्म करने के संदेश को लेकर एक अनूठी पहल शुरू की है। संस्था की मुहीम के तहत नव वर (अवशेष ) और वधु( वंदना ) ने एक रूपये और 11पौधे की रस्म के साथ शादी की है। इस अनूठी शादी में दूल्हा अवशेष यादव और दुल्हन वंदना यादव ने अपनी इस पहल के साथ हर वर्ग से बेटी सम्मान, दहेज़ का विरोध और पर्यावरण संरक्षण की अपील की है। जिन्होंने अपने वर माला पहनने और सात फेरें लेने के बाद दहेज़ रहित शादी करने और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया है। इस अवसर पर भिवानी निवासी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता और शिक्षाविद सावित्री यादव ने वर और वधु पक्ष को पौधे देकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।गौरतलब है कि आजकल समाज में दहेज़ प्रथा एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जो न केवल आर्थिक बोझ डालती है, बल्कि रिश्तों में भी तनाव और असमानता पैदा करती है। इस सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ कई लोग आवाज़ उठा रहे हैं और एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। झज्जर जिले में सरकारी स्कूल में शिक्षक बिजेंद्र यादव और उनकी धर्मपत्नी सुभाष यादव जो भिवानी नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मी हैं।उनकी यह अनूठी पहल एक रूपये और “11 पौधों की रस्म” के साथ रही है , जिसमें दहेज़ का कोई लेन-देन नहीं हुआ। इस विवाह समारोह में, वधु पक्ष की ओर से एक रुपये और 11 पौधों का आदान-प्रदान किया । यह पौधे न केवल पर्यावरण के संरक्षण का प्रतीक होंगे, बल्कि यह संदेश देंगे कि जीवन में सही मूल्यों और नैतिकता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। विवाह की सभी रस्में—लगन, टीका, गौरवा,फेरें, और विदाई—अब रूपयों और दहेज़ की जगह पौधों के साथ पूरी हुई है।शिक्षाविद बिजेंद्र यादव और स्वास्थ्य कर्मी सुभाष यादव ने इस निर्णय को सामाजिक संस्था “नेता जी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति” और “सदाचारी शिक्षा समिति” के अभियानों से प्रेरित होकर लिया है। भिवानी स्वास्थ्य विभाग में स्वास्थ्य कर्मी सुभाष यादव व झज्जर जिले के गाँव लीलाहेड़ी निवासी शिक्षाविद बिजेंद्र यादव ने दहेज़ और पर्यावरण संरक्षण का बड़ा संदेश दिया है। जिसकी चर्चा भिवानी, झज्जर और नारनौल महेंद्रगढ़ तीन जिलों में हो रही है।विवाह में दिलाया सात फेरों के साथ 11 संकल्प :अशोक भारद्वाजअनूठी शादी में अहम भूमिका निभा रही शिक्षा और समाज से जुड़ी संस्था सदाचारी शिक्षा समिति और नेता जी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति से शिक्षाविद सावित्री यादव एवं भारत सरकार से राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता अशोक भारद्वाज ने कहा कि दोनों पक्ष ने यह अनूठा संदेश दिया है। इस प्रकार, यह विवाह न केवल एक धार्मिक और सांस्कृतिक समारोह है, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन भी बन चुका है। यह हमें यह सिखाता है कि समाज में बदलाव लाने के लिए छोटे-छोटे कदम ही महत्वपूर्ण होते हैं। पर्यावरण संरक्षण और दहेज़ मुक्त विवाह, सड़क सुरक्षा का संदेश की यह पहल न केवल आज के समाज के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि भविष्य के लिए भी एक आदर्श स्थापित करती है। कहा कि झज्जर के लीलाहेड़ी निवासी अवशेष,नारनौल के ढाणी भाटोटा की वंदना के साथ प्रणव सूत्र में बंधे हैं।अनूठी शादी व संकल्प उत्सव में वर पक्ष से मास्टर विजेंद्र और सुभाष व वधु पक्ष से वधु के पिता हरपाल यादव, वी एस यादव ने कहा कि इस अनूठी पहल से हर समाज को शिक्षा लेनी चाहिए और पर्यावरण संरक्षण और बेटी के सम्मान में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली एनसीआर जैसे क्षेत्र में प्रदूषण कहर मचा रहा है। इस कहर और सामाजिक बुराइयों से बचने के लिए इस प्रकार का संदेश जरूरी है। कहा कि इस प्रकार के विवाह समाज को यह दिखाते हैं कि हम पारंपरिक रस्मों के साथ-साथ सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी पहल कर सकते हैं। हम सभी को इस तरह के कदमों से प्रेरणा लेकर अपने समाज को बेहतर बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।दूल्हा अवशेष और दुल्हन वंदना ने कहा कि उन्होंने अपनी शादी पर यह अनूठा संकल्प लिया है और वें एक रूपय और 11 पौधे की रस्म को निभाते प्रणव सूत्र में बंधे हैं, उन्हें बड़ी ख़ुशी है।उन्होंने कहा कि हर समाज को इस मुहीम में शामिल होकर आगे आना चाहिए। इससे बेटियों का भी मान बढ़ेगा और दहेज जैसी बुराई खत्म होगी तथा हमारे पर्यावरण के प्रति चिंतन होगा।वधु पक्ष से हरपाल यादव, वीएस यादव नारनौल, सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने इस अनूठी पहल पर बोलते हुए कहा कि हमारे दोनों परिवार एक मत होकर बिना दहेज़ कि शादी का फैसला लिया और संकल्प के साथ पुरा किया। हम चाहते हैं हर समाज हमारी इस मुहीम से जुड़े।वर्तमान में झज्जर से विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुकल ने कहा कि दिल्ली एनसीआर सहित प्रदेश में प्रदूषण का कहर बढ़ा हुआ है, दहेज़ एक बड़ी बुराई है और दोनों संदेश को लेकर शिक्षाविद बिजेंदर यादव और भिवानी नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी सुभाष यादव कि इस अनूठी पहल को सराहनीय कदम ठहराया। कहा की मास्टर विजेंद्र और सुभाष कि इस अनूठी पहल से हर समाज को शिक्षा लेनी चाहिए और पर्यावरण संरक्षण और बेटी के सम्मान में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली एनसीआर जैसे क्षेत्र में प्रदूषण कहर मचा रहा है। इस कहर और सामाजिक बुराइयों से बचने के लिए इस प्रकार का संदेश जरूरी है।।