फिनोलैक्स कंपनी के एजेंसी संचालक जतिन मिचनाबादी ने मीडिया के सामने किया खुलासा अधिकारी और ठेकेदार एक साथ मिलकर कर रहे थे जनता के पैसे की हेराफेरी ।।
फिनोलैक्स कंपनी के एजेंसी संचालक जतिन मिचनाबादी ने मीडिया के सामने किया खुलासा अधिकारी और ठेकेदार एक साथ मिलकर कर रहे थे जनता के पैसे की हेराफेरी ।।
सिरसा-(अक्षित कंबोज):-फिनोलैक्स कंपनी के एजेंसी संचालक जतिन मिचनाबादी ने मीडिया के सामने खुलासा किया कि कैसे इस मामले में अधिकारी और ठेकेदार एक साथ मिलकर जनता के पैसे की हेराफेरी कर रहे थे। मिचनाबादी ने आरोप लगाया कि मामला शुरू से ही दबाया जा रहा है और केवल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि असली दोषी आज भी खुले घूम रहे हैं।यह मामला 2021 में शुरू हुआ था जब अधिकारियों और ठेकेदारों ने नकली केबल लगाई थी। मैंने 2022 में इस पर आवाज़ उठाई लेकिन कार्रवाई सिर्फ कुछ कर्मचारियों तक ही सीमित रही। चार गिरफ्तार हुए लेकिन बाकी आरोपी जिनमें उच्च अधिकारी भी शामिल हैं आज तक पकड़ में नहीं आए। जब तक इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं होती तब तक यह मामला खत्म नहीं होगा।मिचनाबादी ने बताया कि मामला 31 दिसंबर 2021 को एफआईआर दर्ज होने के बाद और भी जटिल हुआ। जनवरी 2022 में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया था लेकिन जांच के नाम पर केवल कुछ एक्शन ही लिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच अधिकारियों ने न केवल आरोपियों को बचाया बल्कि कुछ को तो प्रमोशन भी दे दिया। इसी दौरान सिरसा के कुछ प्रमुख अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी उठी थी लेकिन किसी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।मुझे यह समझ में नहीं आता कि जब उच्च अधिकारी और ठेकेदार सब कुछ जानते हुए भी बच रहे हैं, तो प्रशासन क्या कर रहा है? एक आरोपी को जब जमानत मिलती है तो उसे पर्मोशन दे दिया जाता है और बाकी आरोपियों को छोड दिया जाता है। इस मामले में अधिकारियों ने बार-बार मामले को दबाया। इतना ही नहीं मिचनाबादी ने आरोप लगाया कि सिरसा प्रशासन और पुलिस विभाग ने इस मामले में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।हमने इस मामले को डिस्ट्रीक्ट कमिश्नर के पास भेजा लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली। मैंने तीन बार अनिल विज्ज से भी बात की लेकिन कोई असर नहीं हुआ। अब हम सुप्रीम कोर्ट में रिट पेटिशन दायर करने का विचार कर रहे हैं। फिलहाल यह मामला स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों के लिए एक बड़ा सवाल बन चुका है। मिचनाबादी के बयान ने इस पूरे मामले में और भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्यों कार्रवाई में इतनी देरी हो रही है और क्या सच्चाई को दबाया जा रहा है।। #newstodayhry