अनाज मंडी में सरकार द्वारा अटल किसान मजदूर कैंटीन की शुआत की गई है।।
अनाज मंडी में सरकार द्वारा अटल किसान मजदूर कैंटीन की शुआत की गई है


पलवल-(निकुंज गर्ग):- जिले के होडल की अनाज मंडी में सरकार द्वारा खोली गई अटल किसान मजदूर कैंटीन में रोजाना सेंकड़ों किसान और मजदूरों को मात्र दस रुपए में पेट भर भोजन मिल रहा है। कैंटीन में रोजाना सैकड़ो किसान ओर मजदूरों के लिए दोपहर व शाम को ताजा भोजन तैयार कर उन्हें परोसा जा रहा है। भोजन तैयार करने वाली महिलाएं व अन्य कर्मचारी कुछ वेतन में ही मजदूर व किसानों का पेट भर रहे है। मार्किट कमेटी के सचिव बिरेंदर सिंह ने बताया कि होडल की अनाज मंडी में सरकार द्वारा अटल किसान मजदूर कैंटीन की शुरुआत की गई है और इस कैंटीन से मंडी में काम करने वाले मजदूरों को और मंडी में अपनी फसल लेकर आने वाले किसानों को 10 रुपए में भर पेट भोजन मिलता है। उन्होंने बताया कि 10 रुपए जो लोग भोजन करते हैं उनसे लिए जाते हैं और 15 रुपए सरकार जमा करती है। महिलाओं के समूहों को यह कैंटीन दी जाती हैं जिसने 5 महिलाएं इस कैंटीन को चला रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की सोच है कि किसानी को ओर मजदूरों में अपना पेट भरने के लिए ज्यादा रुपए ना खर्च
मात्र दस रुपए में पेट भर शुद्ध व शाकाहारी भोजन दिया जाए।
इस भोजन से किसानों और मजदूरों का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा । इतना ही नहीं मंडी के आसपास के दर्जनों गांवों से सैकड़ो किसान अपनी फसल लेकर आते है और मंडी में सैकड़ो मजदूर भी रोजाना कार्य करते है। किसान व मजदूर फसल बिकने के इंतजार में कई-कई दिनों तक अपनी फसल की ढेरियों पर मंडी में पड़े रहते है। मंडी में फसल लेकर आने वाले किसानों और मजदूरों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए व खाना खाने के लिए उनकी जेब पर पड़ने वाले खर्च को देखते हुए जिला प्रशासन ने मार्केट कमेटी कार्यालय के नीचे यह कैंटीन खोली है । कैंटीन में भोजन करने वाले लोगों ने कहा कि सरकार द्वारा जो यह कैंटीन खोली गई है इससे उनको बहुत फायदा हो रहा है क्यों कि उनको 10 रुपए में इस कैंटीन में भरपेट भोजन मिलता है जिसमें चावल,5 रोटी, दाल और सब्जी दी जाती है जो उनके लिए पर्याप्त भोजन है। भोजन करने वाले लोगों ने कैंटीन से मिल रहे भोजन की ओर सरकार की सराहना की । कैंटीन की इंचार्ज सुमित नामक महिला ने बताया कि किसानों और मजदूरों के लिए बनाई गई यह कैंटीन अच्छी चल रही है। उन्होंने बताया कि इस कैंटीन में पांच महिलाएं खाना बनाने व परोसने का काम करती है। उन्होंने बताया कि सुबह 11 बजे तक कैंटीन में खाना तैयार हो जाता है जो कि तीन बजे तक चलता है उसके बाद कैंटीन में शाम के खाने की तैयारी शुरू कर दी जाती है। उन्होंने बताया कि एक वक्त में लगभग पांच सौ से छ सौ मजदूर और किसान मात्र दस रुपए में भोजन करते है। उन्होंने बताया कि कैंटीन में मिलने वाली थाली में दस रुपए में दो सब्जी, चावल व चार से पांच रोटी परोसी जाती है।। #newstodayhry @newstodayhry