कुरुक्षेत्र पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (मान ग्रुप) के अध्यक्ष गुणी प्रकाश।।
कुरुक्षेत्र पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (मान ग्रुप) के अध्यक्ष गुणी प्रकाश।।


कुरुक्षेत्र-(संगीत गीत):- कुरुक्षेत्र पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (मान ग्रुप) के अध्यक्ष गुणी प्रकाश ने भगवंत मान और पंजाब के किसान संगठनों पर निशाना साधते हुए कहा कि 14 महीनें का आंदोलन प्रेम लीला का आंदोलन था। किसान आंदोलन एक प्रेम लीला था जो पंजाब के किसान संगठनों के साथ-साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के बीच था। भारतीय किसान यूनियन (मान ग्रुप) के अध्यक्ष गुणी प्रकाश ने कहा कि 19 अप्रैल को दिल्ली में एमएसपी कमेटी की राष्ट्रीय स्तर की बैठक होने जा रही है, इस बैैठक में एमएसपी कमेटी के चेयरमैन संजय अग्रवाल के साथ-साथ पांच सदस्य कमेटी भी मौजूद रहेगी। केसीसी की इस बैठक के बाद देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मिलेंगे। इसके बाद उन्हें यह रिपोर्ट भी सौंपी जाएंगी। गुणी प्रकाश ने कहा कि किसानों की मंडी फसल बेचने को लेकर जो नया ड्राफ्ट आया है इस पर भी गहन चिंतन और मंथन होगा और बताया जाएगा की किसानों को खुला बाजार अंतरराष्ट्रीय पाबंदी से मुक्त किया जाए, ताकि किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सके। सही दाम न मिलने से किसानों के लिए लाए गए इस नए ड्राफ्ट बिल से किसानों का नुक्सान होगा। आज किसानों को सही दाम न मिलने के कारण किसान आत्महत्या कर रहे है। आज पंजाब, हरियाणा में किसानों के लिए मंडी में फसल बेचने के लिए कोई भी प्राइवेट प्लेटफार्म नहीं है, अगर आएगा तो एमएसपी से ज्यादा दाम मिलेंगे। उन्होंने 14 महीनों तक चले किसान आंदोलन के बारे में कहा कि यह आंदोलन भगवंत मान और जगजीत सिंह डल्लेवाल के बीच प्रेमलीला थी। पंजाब की किसान जत्थेबंदिया पंजाब, हरियाणा के अंदर अराजकता फैलाना चाहते थे। भारतीय किसान यूनियन (मान ग्रुप) के प्रदेश महासचिव प्रवीण मथाना ने कहा कि कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल की अनाज मंडियों में विजिलेंस जांच में जो गडबड़ियां पाई गई है, उसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इसको लेकर प्रदेश के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा को एक चंडीगढ़ में ज्ञापन भी दिया है और मांग की गई है कि हरियाणा की अनाज मंडियों में पुरानी अनाज को तोलने कंडे वाली प्रथा बंद होनी चाहिए और डिजिटल गेहूं का नापतोल होना चाहिए, ताकि किसान को पता चल सके कि उनके अनाज की कितनी तुलाई हो चुकी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ईमानदार मुख्यमंत्री हैं और इस सारे मुद्दे को मुख्यमंत्री नायब सैनी के सामने भी रखा जाएगा।अगर सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो कोई भी धरना प्रदर्शन करने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ेगा।। #newstodayhry @newstodayhry