आज मजदूर दिवस है मजदूर आज भी अपने अधिकारों से वंचित हैं।।
आज मजदूर दिवस है मजदूर आज भी अपने अधिकारों से वंचित हैं।।

समराला-(परमिंदर वर्मा):- हर साल 1 मई को पूरी दुनिया में मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। मजदूरों के बिना किसी भी देश के कारोबार की सफलता की कल्पना नहीं की जा सकती। यही कारण है कि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले मजदूर आज भी सरकारों और मजदूर संगठनों के लिए अपने हितों को साधने और उनका इस्तेमाल करने का एक साधन मात्र हैं। ये वो मजदूर हैं जो अस्पतालों, स्कूलों, सरकारी और गैर-सरकारी इमारतों, बड़ी कंपनियों और इन सब में अपना खून-पसीना बहाते हैं। लेकिन फिर भी मजदूरों को अपनी मेहनत का हक पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। मजदूरों को अक्सर काम की तलाश में चौराहों पर खड़े देखा जा सकता है। एक मजदूर जब सुबह घर से निकलता है तो अपने परिवार को यह भरोसा देकर जाता है कि आज कहीं से भी काम ढूंढ कर शाम को मैं अपने परिवार के लिए जरूरी सामान भी लेकर आएगा। लेकिन जब मजदूर को काम नहीं मिलता तो अपने परिवार की हालत देखकर उसकी आंखों में आंसू आ जाते हैं। बेशक देश हर तरफ से तरक्की कर रहा है, लेकिन मजदूर आज भी अपने हक के लिए लड़ रहा है। बढ़ती महंगाई भी मजदूरों के कंधों को झुका रही है। वैसे तो मजदूर के कंधों प्रभारी से भारी बोझ भी उठा लेता है लेकिन अगर महंगाई का बोझ उठाने में असमर्थ हो जाता है।। #newstodayhry @newstodayhry