सिरसा- जमाल गांव के सरपंच प्रतिनिधि पर केस दर्ज का मामला विवादों में आ गया है।।
जमाल गांव के सरपंच प्रतिनिधि पर केस दर्ज का मामला विवादों में आ गया है


सिरसा-(अक्षित कम्बोज):- जहां जमाल गांव के सरपंच प्रतिनिधि पर केस दर्ज का मामला विवादों में आ गया है। अब सरपंच एसोसिएशन भी लामबंद हो गई है। आज गांव जमाल में 50 गांवों की महापंचायत भी बुलाई गई। दूसरी तरफ राजस्थान पुलिस भी छापेमारी के लिए पहुंची है। जानकारी अनुसार, जमाल गांव के सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश डूडी पर पैसों के लेन-देने के मामले में युवक को अगवा करने का आरोप है। दो से तीन दिन पहले राजस्थान की पुलिस जमाल में दबिश के लिए आई थी, लेकिन सरपंच प्रतिनिधि व अन्य घर पर नहीं मिले। इसलिए पुलिस वापस लौट गई। अब राजस्थान पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है तो सरपंच एसोसिएशन भी हरकत में आ गई है। अब महापंचायत में फैसला लेकर राजस्थान राज्य के जिला हनुमानगढ़ एसपी से मिलेगी। तब भी मामला नहीं सुलझा तो राजस्थान के सीएम भजनलाल से मिलकर केस को खारिज कराने की मांग उठाएगी। यह मामला करीब 13 माह पुराना है।कुतियाना सरपंच विनोद के अनुसार जमाल गांव के ही दो व्यक्ति विनोद और धर्मपाल का आपस में पैसों का लेन-देन था और यह करीब 20 लाख रुपए का आपसी लेन-देन था। उक्त विनोद कई दिन से पैसे नहीं दे रहा था और धर्मपाल ने उससे कई बार पैसे देने की बात कही। वह गोगामेड़ी में ठेके पर सेल्समैन है। ऐसे में सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश को धर्मपाल ने बुलाया और पैसे निकलवाने के लिए पंचायत में बुलाया। धर्मपाल और सरपंच प्रतिनिधि व अन्य व्यक्ति विनोद से मिलने गोगामेड़ी में गए। वहां जाने पर विनोद ने कहा कि घर जाकर बात करते हैं। इसके बाद वह सभी गांव वापस आ गए। सरपंच विनोद ने बताया कि गोगामेड़ी से वह सभी गाड़ी से जमाल में आने पर धर्मपाल के घर पर उनकी पंचायत हुई, पर उसमें बात नहीं बनी। इसके बाद उन्होंने विनोद को वापस गोगामेड़ी छोड़ा और गांव आ गए। इसके चार से पांच दिन बाद विनोद ने पैसे न देने की नीयत से सरपंच प्रतिनिधि और बाकी पांच छह लोगों पर अपहरण सहित विभिन्न आरोप लगाते हुए गोगामेड़ी पुलिस थाने में केस दर्ज करवा दिया।
शादी में धर्मपाल से लिया था 20 लाख कर्जा
इस मामले में करीब 13 माह बीत गए, लेकिन राजस्थान से गोगामेड़ी थाना पुलिस जमाल में तीन से चार दिन पहले छापेमारी के लिए आई थी। उस दौरान जमाल चौकी पुलिस को भी साथ में लिया। बताया जा रहा कि उक्त विनोद ने धर्मपाल से अपनी लड़की की शादी में करीब 20 लाख रुपए का कर्जा लिया था।
किसी ने राजनीतिक षडयंत्र रचा
सरपंच एसोसिएशन की राष्ट्रीय महासचिव संतोष बैनीवाल ने बताया कि सभी सरपंच एकमत से फैसला लेकर आगामी कदम उठाएंगे। राजस्थान पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा करते हैं। एक सरपंच या सरपंच प्रतिनिधि के साथ ऐसा होगा तो कौन पंचायत में जाएगा। गांव में ज्यादातर फैसले पंचायत में ही सुलझते हैं। यह किसी ने राजनीतिक षडयंत्र रचा है।
कराया झूठा केस दर्ज
सरपंच विनोद ने बताया कि गांव के ही व्यक्ति से पैसा निकलवाने के लिए मुखिया के तौर पर सरपंच प्रतिनिधि को बुलाया था। उसी पर झूठा केस दर्ज करवा दिया। ऐसा कुछ नहीं है।। #newstodayhry @newstodayhry