उत्तराखंड की रहने वाली भारती कुरुक्षेत्र कुवि फाइन आर्ट्स की छात्रा बिना हाथों के भी अपने सपनों की उड़ान में रंग भर रही है।।
उत्तराखंड की रहने वाली भारती कुरुक्षेत्र कुवि फाइन आर्ट्स की छात्रा बिना हाथों के भी अपने सपनों की उड़ान में रंग भर रही है।।


कुरुक्षेत्र-(संगीत गीत):- कुरुक्षेत्र कुवि फाइन आर्ट्स की छात्रा बिना हाथों के भी अपने सपनों की उड़ान में रंग भर रही है, उत्तराखंड की रहने वाली भारती कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में फाइन आर्ट विभाग से कर रही मास्टर डिग्री, छोटी उम्र में हादसे में हाथ गवा देने के बाद भी नहीं मानी हार अंधेरा जितना गहरा होगा सुबह उतने ही नजदीक होगी इसे उत्तराखंड के नैनीताल के रामनगर की भारती सार्थक कर रही है अपनी छोटी उम्र में ही एक हादसे में अपने दोनों हाथ गवा दिए थे लेकिन उन्होंने हाथ गवाने के बाद भी हार नहीं मानी और वह लगातार अपने सपनों को दूसरे लोगों की तरह ही पूरे कर रही है खुद देखे तस्वीरे झूठ नही बोलती।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में फाइन विभाग में मास्टर डिग्री के द्वितीय वर्ष में पढ़ाई करने वाली भारती ने बताया कि वह जब छोटी थी तब विस्फोटक पदार्थ से उसके दोनों हाथ क्षतिग्रस्त हो गए शुरू से ही फाइन आर्ट में कुछ अलग करना चाहती है जिसके चलते उसने नेचुरल आर्ट पर ज्यादा काम किया है धीरे-धीरे वह इसमें इतनी अव्वल हो गई कि वह अब अपने द्वारा बनाए गए आर्ट की एग्जीबिशन चंडीगढ़, अमृतसर और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में भी लग चुकी है डॉ गुरु चरण सिंह फाइन आर्ट विभाग अध्यक्ष कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने बताया कि भारती बहुत ही होनहार छात्रा है। और हम लोग इसका काम देखते आ रहे हैं यह दूसरे लोगों से भी अच्छा काम करती है। भारती की क्लास में तनीषा ने कहा कि भारती को देखकर हमें भी प्रेरणा मिलती है कि किस प्रकार से भारती काम करती है । जो हमारे जैसे विद्यार्थी है वह भी इतनी बारीकी से काम नहीं कर पाए जितनी बारीकी से भारती काम करती है।। #newstodayhry @newstodayhry