6 साल के मोहब्बत की ओलंपिक में जाने की जिद्द, अबोहर से अयोध्या तक 1100 किमी.दौड़कर करेगा पूरी।।
6 साल के मोहब्बत की ओलंपिक में जाने की जिद्द, अबोहर से अयोध्या तक 1100 किमी.दौड़कर करेगा पूरी।।
सिरसा-(अक्षित कंबोज):-सिरसा में 6 साल के मोहब्बत की ओलंपिक में जाने की जिद्द, अबोहर से अयोध्या तक 1100 किमी. दौड़ की शुरू 2 माह में होगी पूरीरोजाना 15 से 20 किमी. सफर करेगा तय, रास्ते में नशे के खिलाफ व पर्यावरण बचाने का देगा संदेश दौड़ का दिल्ली तक का रोड प्लान तैयार ओलंपिक में जाने की जिद्द पकड़कर अबोहर के गांव किलियांवाली निवासी 6 साल का बच्चा मोहब्बत अबोहर से अयोध्या तक करीब 1100 किमी. तक दौड़ेगा। मोहब्बत ने बाल दिवस से सफर शुरू किया है। अयोध्या पहुंचने में बच्चे को 2 माह लगेंगे। दौड़ दौरान जहां भी मोहब्बत ठहराव करेगा, वहां पर लोगों को नशे के खिलाफ और पर्यावरण बचाने का संदेश भी देगा। मोहब्बत के पिता रिंकू कुमार ने बताया कि मोहब्बत यूकेजी में पढ़ रहा है। पिछले साल 22 नवंबर को राम मंदिर के उद्घाटन पर आमजन द्वारा जगह-जगह शोभा यात्राएं निकाली गई। तभी से मोहब्बत के मन में दौड़कर अयोध्या जाने की ठानी। बाल दिवस के अवसर पर अबोहर के बाला जी धाम से मंदिर के पुजारी ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर मोहब्बत को उसके लक्ष्य प्राप्ति के लिए रवाना किया। रिंकू कुमार ने बताया कि मोहब्बत रामजी का परम भक्त है। उसका उद्देश्य नशे के प्रति आमजन में जागरूकता व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना भी है। जहां भी रूकते हैं लोगों को मोटिवेट कर रहे हैं। मोहब्बत प्रतिदिन 15 से 20 किलोमीटर की दौड़ लगा रहा है। बच्चे की दौड़ का दिल्ली तक का रोड प्लान तैयार किया गया है। अागे का प्लान भी पिता तैयार करने में जुट गए हैं।पहले लुधियाना तक दौड़ लगा चुकामोहब्बत हर रोज 15 से 20 किलोमीटर की दूरी दौड़ कर तय करते हुए करीब दो माह यानी जनवरी में वहां अयोध्या पहुंचे। तत्श्चात राम लला के दर्शन करने उपरांत ही वापिस लौटेगा। मोहब्बत ने बताया कि कुछ समय पहले ही वह अबोहर से लुधियाना दौड़ कर पंजाब के सबसे बड़े समाजसेवी अनमोल कवातड़ा से मिलने गया था। उस समय दौड़ पूरी करने के बाद उनकी दृढ़ शक्ति ज्यादा बढ़ गई और अयोध्या तक दौड़ लगाने हौसला बरकरार रखा।शहरों में समाजसेवी संस्थाएं कर रही सम्मानितअबोहर से समाजसेवी राजीव गोदारा ने बताया कि उसने इस बच्चे के बारे में सुना तो पहले उन्हें विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब मोहब्बत के जज्बे को देखा तो उसे भी विश्वास हो गया कि ये बच्चा अपने लक्ष्य को जरूर पूरा करेगा और एक दिन भारत का नाम रोशन करेगा। बच्चे को रन मशीन मोहब्बत का नाम दिया है। जो भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनेगा। मोहब्बत दौड़कर जहां से भी गुजर रहा है, वहां पर समाजसेवी संस्थाएं उन्हें सम्मानित कर रही हैं और हौसला बढ़ाने में जुटी हैं। सिरसा पहुंचने पर बिश्नोई सभा सिरसा के प्रधान खेमचंद बैनीवाल ने उन्हे सम्मानित किया।। #newstodayhry