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सिरसा में पराली जलाने का सिलसिला जारी है।।

सिरसा में पराली जलाने का सिलसिला जारी है।।

सिरसा -(अक्षित कंबोज):-सिरसा के 9 गांवों में पराली को आग लगाई जिसकी सूचना मिलने के बाद कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया। पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ अब जिला प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। सिरसा के डीसी शांतनु शर्मा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को रात्रि में भी ड्यूटी पर तैनात रहने के निर्देश दिए है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने जिले में पराली जलाने की घटनाओं पर रोक के लिए कृषि, पुलिस व अग्निशमन विभाग के अधिकारियों की 10 टीमों का गठन किया है। ये टीमें रात 11.00 बजे से 03.00 बजे तक अपने संबंधित आवंटित गांव में भ्रमण करते हुए आगजनी की घटनाओं पर रोकथाम करेंगी। गौरतलब है कि हरसैक द्वारा जिला में पिछले कुछ दिनों से पराली जलाने की घटनाएं बारे जानकारी दी गई है, जिसके चलते इन टीमों का गठन किया गया है। उप कृषि निदेशक डा. सुखदेव सिंह के नेतृत्व में गांव मंगाला, अलीपुर टिटूखेड़ा, वैदवाला, मोरीवाला, सुचान कोटली, केसूपुरा, कोटली, सिकंदरपुर आदि गांवों में दौरा किया, इस दौरान कई जगह आगजनी की घटनाए पाई गई। इसके बाद विभाग द्वारा चालान व एफ.आई.आर. की कार्यवाही की जा रही है। जिला में धान की फसल कटाई का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है व खेत में पराली के बचे हुए अवशेषों को किसानों द्वारा प्रबंधन किया जा रहा है। सरकार द्वारा किसानों को धान फसल अवशेष प्रबंधन करने के एवज में एक हजार रुपये प्रति एकड़ का अनुदान दिया जा रहा है। किसान कृषि विभाग के पोर्टल एग्री हरियाणा डॉट जीओवी डॉटइन पर आवेदन करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत जिला में 23,682 किसानों द्वारा कुल 2,00,396 एकड़ का पंजीकरण करवाया है। जिला प्रशासन ने सिरसा जिला के सभी किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों में धान की पराली को न जलाए व सरकार द्वारा पराली प्रबंधन के लिए दी जाने वाली स्कीमों का लाभ उठाएं। यदि कोई किसान फसल अवशेषों में आगजनी करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ चालान व एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी तथा उसके मेरी फसल-मेरा ब्यौरा रिकॉर्ड में रेड एंट्री अंकित कर दी जाएगी जिस कारण वह किसान अगले दो सीजन तक ई-खरीद के माध्यम से मंडी में अपनी फसल की बिक्री नहीं कर पाएगा।। #newstodayhry

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