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आज शुक्रवार का दिन महिलाओं के लिए खास है। सकट चौथ हिंदू धर्म में हर वर्ष माताएं अपने संतान की लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए सकट चौथ को निर्जला व्रत रखती हैं। यह व्रत माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है।
सनातन धर्म में जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए व्रत और उपवास रखना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन प्रथम पूजनीय देवता गणेशजी की पूजा-उपासना करती हैं। तिलकुट का प्रसाद बनाकर गणेशजी को अर्पित किया जाता है। इस दिन चंद्रदेव को अर्घ्य भी दिया जाता है और उनकी पूजा की जाती है। इसके बिना व्रत और पूजन अधूरा माना जाता है।
मान्यताओं के मुताबिक, सकट चौथ का व्रत रखने से जिंदगी के सारे दुख-कष्ट दूर हो जाते हैं और मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 17 जनवरी 2025 को सुबह 4 बजकर 6 मिनट पर होगा और अगले दिन 18 जनवरी 2025 को सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगा।
ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, 17 जनवरी 2025 को दिन शुक्रवार को सकट चौथ मनाया जाएगा। इस दिन शोभन और सौभाग्य योग का शुभ संयोग बन रहा है। इस दौरान धर्म-कर्म के कार्य शुभ फलदायी माने गए हैं।
चंद्रोदय का वक्त
सकट चौथ के दिन रात्रि 09 बजकर 09 मिनट चांद के निकलने का वक्त है। हालांकि, अलग-अलग जगहों पर चांद निकलने के समय में थोड़ा बदलाव हो सकता है।। #newstodayhry @newstodayhry